लावालौंग। प्रतिनिधि
विभाग व प्रशासन के उदासीनता भरे रवैया के कारण इन दिनों जंगली संपदा के माफियाओं और ठेकेदारों का मन बढ़ा हुआ है। कहीं फर्नीचर के लिए लकड़ी, कहीं बालू तो कहीं पत्थरों का तस्करी जमकर क्षेत्र में हो रही है। इसका ताजा उदाहरण है कटिया पंचायत स्थित ठाकुरडीह गांव के पठान टोला में निर्माण करवाया जा रहा पुल, पुलिया और गार्डवाल। जिसमें कई ट्रैक्टर पत्थर जंगल से निकालकर लगाया जा रहा है। इस बाबत संवेदक राजेंद्र साव को संपर्क करने पर उन्होंने फोन पर टाल मटोल करते हुए कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वहीं मौके पर निर्माण कार्य करवा रहे सुरेन्द्र साव से पूछे जाने पर उन्होंने बिगड़े बोल में जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जंगल हम ही लोगों का है तो पत्थर निकालेंगे नहीं तो करेंगे क्या। ज्ञात हो कि किसी भी निर्माण कार्य के लिए पत्थरों को खदान से लाकर लगाने का प्रावधान है। इसके बावजूद बड़ी बात तो यह है कि क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे इस प्रकार के तस्करी से ना तो प्रखंड या अंचल प्रशासन को मतलब है ना ही वन विभाग को और ना ही किसी भी प्रतिनिधि को।