नयी दिल्ली
कोरोना वायरस पिछले दो वर्षों से दुनिया भर में तबाही मचा रहा है। ये वायरस बहुरुपिये की तरह नित नये रूप बदल रहा है। अब तक इसके डेल्टा सहित कई रूप सामने आ चुके हैं। अब एक नया वेरियंट ओमिक्रोन आया है जो डेल्टा की तुलना में ज्यादा खतरनाक है। यह वायरस अफ्रीका महादेश से आया है। यूरोप के कई देशों के बाद ये वायरस अब भारत भी पहुंच गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी इस बात कि पुष्टि करते हुए कहा है कि पिछले 24 घंटे में देश में ओमिक्रोन के 2 मामले दर्ज़ किए गए हैं। ये मामले कर्नाटक में मिले हैं। 66 साल के एक व्यक्ति और 46 साल के एक व्यक्ति में ओमिक्रोन का संक्रमण पाया गया है।
वहीं नीति आयोग के सदस्य डॉ वी.के. पॉल ने कहा कि पूरी दुनिया में अभी ओमिक्रोन की विशेषताएं, प्रभाव यह सब समझा जा रहा है। वैक्सीन के बूस्टर डोज़ के लिए अध्ययन किया जा रहा है। जैसे-जैसे जो स्थिति सामने आएगी उसके आधार पर आगे फैसले लिए जाएंगे।
जानकारी हो कि ओमिक्रॉन के मामले आने पर सबसे पहले ब्रिटेन ने यात्रा प्रतिबंध लगाए थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे चिंता उत्पन्न करने वाला वेरिएंट घोषित करने के साथ ओमीक्रोन नाम दिया है और वायरस के नए वेरिएंट की पहचान बी.1.1.529 के तौर पर की गई।
ओमिक्रॉन क्यों है खतरनाक
यह वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैल सकता है। इसके साथ ही पूर्व में हुए संक्रमण या टीके से उत्पन्न एंटीबॉडी के प्रति कम संवेदनशील है भले ही एंटीबॉडी पूर्व के वेरिएंट को अच्छी तरह से निष्क्रिय करते हों।
ओमीक्रोन में अनुवांशिकी बदलाव की पहचान करने के आधार पर सैद्धांतिक रूप से चिंता जताई गई है। नए वैरिएंट के मद्देनजर कुछ कदम हैं जो नहीं उठाए जाने चाहिए और कुछ कदम ऐसे भी हैं जो तत्काल उठाए जाने चाहिए।
टीकों से उत्पन्न एंटीबॉडी की वायरस से लड़ने की क्षमता अलग-अलग है और ओमीक्रोन के प्रति कौन सा टीका कितना असरदार है, इसका स्तर अलग-अलग हो सकता है जैसा कि बीटा वेरिएंट के साथ हुआ था।