झामुमो केंद्रीय समिति के सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में हुए मोमेंटम झारखंड में देश का सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंने आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी के हवाले से खुलासा करते हुए बताया कि वर्ष 2017 में हुए मोमेंटम झारखंड में 22 कंपनियों के साथ एमओयू हुआ था उसमें से 11 कंपनियां मोमेंटम झारखंड के ठीक पहले बनाई गई थीं। उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि मोमेंटम झारखंड का लाभ लेने के उद्देश्य से ही इन कंपनियों को बनाया गया था। उन्होंने कंपनियों के नाम भी उपलब्ध कराये हैं।
कंपनियों को जमीन आवंटन में गड़बड़ी
उन्होंने कहा कि मोमेंटम झारखंड में 238 एमओयू किये गये। इनमें से 13 एमओयू विदेशी कंपनियों, 74 एमओयू झारखंड की कंपनियों और बाकी एमओयू अन्य राज्यों की कंपनियों के साथ हुए। चार चरणों में की गई ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 350 जमीन आवंटन हुए, जिसमें से एक भी आवंटन विदेशी कंपनी को नहीं किया गया। 325 जमीन आवंटन ऐसी 320 कंपनियों के साथ किये गये जिन्होंने मोमेंटम झारखंड के तहत 2017 में सरकार के साथ कोई एमओयू नहीं किया था। सुप्रियो के मुताबिक 238 एमओयू में से केवल 25 एमओयू में 22 कंपनियों के निवेशकों को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के तहत जमीन अवंटित की गई।
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा राजनीति पागलपन की हद पर जाकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अयोग्य साबित करने के लिये भ्रम फैला रही है। ताकि, किसी तरह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
भाजपा का पलटवार
भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर पलटवार किया है। अपनी नाव डूबती देखकर झामुमो में बौखलाहट है। उनके बयानों में यह स्पष्ट झलक रहा है। उन्होंने कहा कि झामुमो यह क्यों नहीं बतला रहा कि सीएम ने सत्ता और पद का दुरुपयोग करते हुए अपने नाम से ही खान का लीज कैसे करा लिया। स्वयं उद्योग मंत्री रहते हुए पत्नी के नाम औद्योगिक जमीन का आवंटन कर दिया।
अपने विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्र, अपने प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद के नाम भी खान लीज का आवंटन कर दिया। उन्होंने कहा कि झामुमो से भाजपा के आरोपों का जवाब मांगा है। झामुमो बताये कि कैसे मुख्यमंत्री का परिवार राज्य के जल, जंगल, जमीन, बालू, पत्थर, कोयला को लूट रहा है। यह पूरे राज्य की जनता अब जान चुकी है। उन्होंने कहा कि जब राज्य का मुखिया ही भ्रष्टाचार में शामिल हो तो फिर राज्य की कैसी दुर्दशा होती है यह प्रदेश की सवा तीन करोड़ जनता रोज झेल रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार सभी मोर्चों पर विफल साबित हुई।