लावालौंग। प्रतिनिधि
थाना क्षेत्र स्थित कोलकोले पंचायत सचिवालय में अफीम की खेती पर पूरी तरह से रोक लगाने को लेकर चतरा पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय ने वन विभाग, पुलिस पदाधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ उच्च स्तरीय बैठक किया। जिसमें उन्होंने मुख्य रूप से अफीम की खेती से होने वाले दुष्परिणामों के संबंध में ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ-साथ उपस्थित लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया। साथ ही एसपी ने सेटेलाईट इमेज एवं ड्रोन कैमरे के माध्यम से वर्तमान में अफीम की खेती हेतु वैसे स्थानों को जहां पर वन जंगल झाड़ी की कटाई की गयी है, उन स्थानों को चिन्हित कर वन अधिकनियम की धारा के तहत कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील किया कि मुखिया, स्थानीय जनप्रतिनिधि व चौकीदार, वनरक्षी, वन समिति के अध्यक्षों और गणमान्य व्यक्तियों को एसडीपीएस एक्ट के सबंध मे अवगत करायें की अगर आपकी जानकारी में किसी भूमि पर अफीम के पोधे या अन्य नशीले पौधों की अवैध खेती की गयी है तो उसकी सूचना अविलम्ब संबंधित थाना प्रभारी को दें। सूचना नहीं देने पर संबंधित क्षेत्र के अधिकारी और गण मन लोग दंड के भागी होंगे। एसपी कहा कि इस बार अफीम की खेती से निपटने के लिए हम काफी कड़ा रुख अपना रहे हैं। जिसके तहत खेती किए जाने वाले क्षेत्र से संबंधित मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, वनरक्षी, वन समिति अध्यक्षों और वन समिति के सदस्यों पर भी अफीम की खेती के संरक्षण का मामला दर्ज किया जाएगा। इस दौरान वहां उपस्थित सिमरिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय कुमार केसरी ने अपने संबोधन के दौरान लोगों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि क्षेत्र के अफीम तस्कर अपनी हरकतों से बाज आएं। क्योंकि आप लोगों के नापाक हरकतों के कारण क्षेत्र की युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। तस्करों को इस बार किसी भी स्थिति में उनकी पहचान कर जेल भेजा जाएगा। बैठक के दौरान प्रमुख मनीषा देवी, इंस्पेक्टर सनोज चौधरी, लावालौंग थाना प्रभारी रुपेश कुमार राय, कुंदा थाना प्रभारी प्रिंस कुमार और लावालौंग व कुंदा थाना क्षेत्र के सभी मुखियाओं सैकड़ो ग्रामीण व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।