चतरा। चतरा जिला स्थित लावालौंग प्रखंड क्षेत्र के मडवा गांव में बूथ नंबर 15 और 16 पर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। जिसके कारण इन दोनों भूतों पर दोपहर तिन बजे तक कोई भी मतदान नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना था की आजादी के 78 वर्षों के बाद भी हमारा गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। हमारे गांव में आने के लिए ना तो पक्की सड़क है और नहीं हमें बिजली की व्यवस्था दी गई है। ऐसे में हम मतदान क्यों करें जब सरकार को हमारी सुधि नहीं है? इसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारी ने ग्रामीणों को समझने के लिए खूब मशक्कत किया लेकिन ग्रामीण अपने निर्णय से टस से मस नहीं हुए। यहां तक की उन्होंने समझाने गए जनप्रतिनिधियों को भी खूब खरी खोटी सुनाई।
मतदाताओं को मनाने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन कुमार भारती ने भी काफी प्रयास किया लेकिन मतदाता किसी भी सूरत में मानने को तैयार नहीं थे। अंत में बीडीओ के लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीण मतदान करने को तैयार तो हो गए लेकिन उन्होंने यह शर्त रख दिया कि आगामी 6 महीने के बाद होने वाले विधानसभा मतदान में वह तभी वोट करेंगे जब उनके गांव में बिजली और सड़क के व्यवस्था को सुदृढ़ कर दिया जाएगा। अन्यथा लोकसभा के मतदान के यही तरह विधानसभा के मतदान में भी इस तरह का बहिष्कार किया जाएगा। मतदान शुरू होने के बाद वहां डीडीसी पवन कुमार मंडल और चतरा एसपी विकास कुमार पांडेय भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे लेकिन सुचारू रूप से मतदान होते देखकर वे वापस चले गए।