लावालौंग। प्रतिनिधि
प्रखंड क्षेत्र स्थित कोलकोले पंचायत के ग्राम मड़वा और भुसाड़ के ग्रामीणों ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। ग्रामीणों का कहना है कि आज़ादी के 78 वर्ष बीत जाने के बावजूद गांव में बिजली, सड़क और अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया था, जिसके बाद डी.डी.सी., एस.पी. और जनप्रतिनिधियों ने लिखित आश्वासन दिया था कि जल्द ही गांव में विकास कार्य शुरू होंगे। लेकिन आज तक कोई ठोस पहल नहीं की गई। इस दौरान मुखिया राजेश कुमार साव ने कहा कि उन्होंने कई बार अपने निजी खर्च से गांव की सड़कों की मरम्मत और निर्माण कराया, ताकि लोगों को असुविधा न हो, लेकिन अब स्थिति और भी खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते मड़वा और भुसाड़ गांवों में मूलभूत सुविधाएं बहाल नहीं की गईं, तो ग्रामीण बार-बार आंदोलन करने को बाध्य होंगे। ज्ञात हो कि विगत 29 सितंबर को सही सड़क नहीं होने के कारण एक 10 वर्षीय बच्चे की सांप काटने से मौत हो गई थी। क्योंकि सड़क खराब स्थिति में होने के कारण उसे समय पर मेडिकल सुविधा नहीं मिल पाई। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि अब वे केवल आश्वासन से संतुष्ट नहीं होंगे। जब तक सड़क, बिजली और पानी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।