एजेंसियां. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के आतंकियों ने भारतीय कोऑर्डिनेटर ज़ाहिब को अगवा कर लिया है. वो काबुल में फंसे भारतीयों को निकालने में लगे थे. आतंकियों ने उनका फोन छीन लिया है. इसके अलावा 150 भारतीय भी लापता हैं. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि सभी भारतीय सुरक्षित हैं. जल्द ही उन भारतीयों को दोबारा एयरपोर्ट लाया जाएगा. भारत सरकार उनके टच में है.
कोऑर्डिनेटर के साथ आतंकियों ने की मारपीट
एक चश्मदीद ने बताया कि तालिबान के आतंकी भारतीय कोऑर्डिनेटर के पास आए. उन्होंने उनसे उनकी पहचान पूछी. फिर उनको थप्पड़ मारने लगे. इसके बाद आतंकियों ने उनका मोबाइल ले लिया. तभी से भारतीय कोऑर्डिनेटर का फोन स्विच ऑफ है. जान लें कि भारतीय वायुसेना का C17 ग्लोबमास्टर बीती रात से काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर तैनात है. लेकिन भारी भीड़ की वजह से भारतीय एयरपोर्ट में एंट्री नहीं ले पाए.
हक्कानी नेटवर्क को मिली सुरक्षा की कमान
बता दें कि तालिबान ने काबुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी हक्कानी नेटवर्क को दे दी है. हक्कानी नेटवर्क के आतंकी काबुल की सड़कों से लेकर एयरपोर्ट तक तैनात हैं. तालिबान की जीत में हक्कानी नेटवर्क का बड़ा हाथ है. उसने अफगानिस्तान में तालिबान के विस्तार में बड़ा भूमिका निभाई है. इस बीच हक्कानी नेटवर्क का मोस्ट वांटेड आतंकी खलील हक्कानी भी काबुल में देखा गया. उसके ऊपर अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर यानी 37 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम रखा हुआ है. खलील ने मस्जिद में तकरीर भी की. उसने कहा कि अफगानिस्तान की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है.