झारखंड पंचायत चुनाव में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। पश्चिमी सिंहभूम में प्रशासन की तमाम सतर्कता और सुरक्षा के दावों के बीच एक ऐसी महिला का नॉमिनेशन दाखिल हो गया जो तामिलनाडु में रहती है। आश्चर्य की बात यह कि कोई भी पदाधिकारी इसे नहीं पकड़ सके। एक प्रतिद्वंदी प्रत्याशी की शिकायत पर यह बात उजागर हुई। मामला टोंटो प्रखंड का है। महिला के नाम पर पंचायत समिति सदस्य पद पर नामांकन दाखिल किया गया है।
यह है मामला
मामले को कुछ इस प्रकार से समझिए। टोंटो प्रखंड के टोंटो पंचायत से पंसस पद की अभ्यर्थी चांदमनी लागुरी ने डीसी से शिकायत किया कि मुक्ता लागुरी नाम की महिला के नाम पर गलत नॉमिनेशन दायर किया गया है। टोंटो पंचायत के टोपाबेड़ा निवासी सुखराम लागुरी ने पत्नी मुक्ता लागुरी के नाम पर यह नॉमिनेशन किया है। जबकि मुक्ता अभी तामिलनाडु में है। मुक्ता के नाम पर पंचायत समिति पद के लिए नामांकन किया गया है। इसमें दूसरी महिला को खड़ा कर नॉमिनेशन डाला गया है। दरअसल मुक्ता लागुरी और उसके पति सुखराम के बीच काफी दिनों से मनमुटाव चल रहा है। उसकी दो शादियां हैं। पहली पत्नी सीता लागुरी आंगनवाड़ी सेविका है। मुक्ता कुछ नहीं करती है। लेकिन पति से विवाद के बाद वह सिलाई की ट्रेनिंग करने तामिलनाडु चली गई है। उसकी गैर मौजूदगी में किसी अन्य महिला को खड़ा करके नामांकन कर दिया गया।
प्रेक्षक ने जांच कर रिपोर्ट देने का दिया आदेश
अभ्यर्थी चांदमनी इसकी शिकायत प्रेक्षक मनोज कुमार से भी किया है। इस संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी ने बताया कि मिली शिकायत की सूचना निर्वाची पदाधिकारी को दे दी गई है। वे इसकी जांच कर निर्णय लेंगें। दूसरी ओर, सामान्य प्रेक्षक मनोज कुमार ने 30 अप्रैल को ही निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी, सदर अनुमंडल को पत्र लिख कर शिकायत पत्र में वर्णित विषय के संबंध में जांच कर जांच प्रतिवेदन अविलंब उपलब्ध कराने करने को कहा है।
हस्ताक्षर मिलाकर कार्रवाई की मांग
शिकायतकर्ताओं ने मुक्ता लागुरी के हस्ताक्षर का मिलान करने साथ दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होने अभ्यर्थी मुक्ता लागुरी के नामांकन पत्र की जांचकर रद्द करने की भी मांग की है।