राज्य की हाई और प्लस 2 स्कूलों के छात्रों के मासिक मूल्यांकन की प्रक्रिया बदली जा रही है। अब मूल्यांकन पूरी तरह बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर होगा। इससे छात्र-छात्राओं के लिए बोर्ड परीक्षा की तैयारी में सहूलियत होगी। मूल्यांकन में पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके अंक बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के आधार पर ही होंगे। इसमें वस्तुनिष्ठ, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय प्रश्न शामिल होंगे। स्कूलों में प्रश्नों को भेजने की प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू हो जाएगी।
हर विषय में 10 अंकों का होगा इंटरनल असेसमेंट
मूल्यांकन में यह नई व्यवस्था नौवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के लिए की गई है। इसमें हर विषय के 40-40 अंक के प्रश्न रखे गए हैं। 10-10 अंक इंटरनल असेसमेंट के लिए निर्धारित किये गये हैं। स्कूल में बच्चों को या तो प्रश्न बता दिया जाएगा या प्रश्न पत्र उपलब्ध दिया जाएगा। बच्चे इन प्रश्नों के उत्तर घर लिखेंगे और फिर लाकर स्कूलों में जमा करेंगें। अर्थशास्त्र विषय को देखें तो पहले एक से 10 प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। सभी प्रश्नों के चार विकल्प रहेंगे और इसके 1-1 अंक निर्धारित किए गए हैं। वहीं, प्रश्न संख्या 11 से 14 अति लघु उत्तरीय होंगे। 20 से 30 शब्दों में इनके उत्तर देने होंगे और ये 2-2 अंक के होंगे। प्रश्न संख्या 15 से 18 लघु उत्तरीय होंगे। इनके उत्तर 35 से 50 शब्दों में देने होंगे और ये 3-3 अंक के होंगे। वहीं प्रश्न संख्या 19 और 20 दीर्घ उत्तरीय होंगे। इसके जवाब छात्र छात्राओं को अधिकतम 100 शब्द में देने होंगे और इस हेतु 5-5 अंक रखे गये हैं। इसी आधार पर दूसरे विषयों के भी अंक निर्धारित किए गए हैं।
परीक्षाएं नही हो सकी तो मासिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट होगा तैयार
स्कूलों को पूर्व मासिक मूल्यांकन के अंक रखने का निर्देश दिया जा चुका है। तैयारी की जा रही है कि यदि मैट्रिक-इंटरमीडिएट समेत नौवी और 11वीं की नवंबर-दिसंबर व मार्च-अप्रैल में होने वाली परीक्षाएं नही हो सकी तो मासिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जा सके। अगर परीक्षा का संचालन हुआ तो इन प्रश्नों से छात्र-छात्राओं का रिवीजन हो सकेगा। वर्तमान में 12वीं तक पढ़ रहे छात्र छात्राओं को मैट्रिक के बाद परीक्षा देने का मौका मिलेगा। 11वीं में वे सीधे अगली क्लास में प्रमोट कर दिए गए थे। वही मैट्रिक के छात्र नौवीं में ओएमआर शीट पर ऑब्जेक्टिव परीक्षा देकर पास हुए थे। इन परीक्षार्थियों को लिखित परीक्षा का अनुभव नहीं है।
अब ये हुआ बदलाव
सितंबर महीने के मूल्यांकन में छात्र-छात्राओं से 50-50 अंक के सवाल पूछे गए थे। इसमें 3-3 अंक के चार ऑब्जेक्टिव, 5-5 अंक के 4 लघु उत्तरीय और नौ-नौ अंक के दो दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे गए थे। अक्टूबर महीने से इसमें बदलाव किया गया है। 40-40 अंक के हर विषय के सवाल रहेंगे, जबकि 10-10 अंक इंटरनल एसेसमेंट के मिलेंगे। इसमें 10 सवाल एक-एक अंक के ऑब्जेक्टिव होंगे। 2-2 अंक के 4 सवाल अति लघु उत्तरीय होंगे, जबकि 3-3 अंक के 4 सवाल लघु उत्तरीय और 5-5 अंक के 2 सवाल दीर्घ उत्तरीय रहेंगे।