लावालौंग। प्रतिनिधि
गर्मी कि शुरुआत होते ही बिजली विभाग के द्वारा बिजली की घोर कटौती शुरू कर दी गई है। बिजली विभाग के इस मनमानी से उपभोक्ता बेहद क्षुब्ध हैं। लावालौंग प्रखंड क्षेत्र से भी उपभोक्ताओं से प्रत्येक माह एवरेज बिजली बिल की वसूली की जाती है। जबकि महीने भर बिजली की दशा दयनीय रहती है। अब गर्मियों के दिनों में तो जैसे विभाग के लोगों को कोई हथकंडा हाथ लग गया हो की तरह मनमानी तरीके से बिजली की कटौती की जाती है। दिन में यहां यदा-कदा बिजली की झलक मिली तो मिली वरना ओ भी नदारद। लावालौंग प्रखंड के लिए नियमित बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई नेता एवं पदाधिकारी वादों के फूल खड़े करते रहे हैं परंतु नतीजा शून्य है। रात को सोने के बाद बिजली कुछ घंटे तक दी जाती है और जगने से पहले बिजली गुल हो जाती है। ऐसे में उपभोक्ताओं को बिजली से किसी भी प्रकार का कोई लाभ तो नहीं मिल पा रहा है। एवज में बिल की भरपाई जरूर करनी पड़ रही है। कर्मियों से पूछे जाने पर लोड सेटिंग तो कभी फीडर फॉल्ट, कभी ब्रेकडाउन तो कभी पावर ऊपर से कट गया है जैसे बातों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया जाता है। ऐसे में बिजली विभाग एवं कर्मियों की उदासीनता का अंदाजा लगाया जा सकता है जिसका मुफ्त खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। वहीं लमटा के बिजली कर्मियों के अनुसार एंपियर कम मिलने के कारण कभी बगरा फीडर ऑन तो लावालौंग बंद, लावालोंग ऑन तो बगरा बंद तो कभी रतनाग बंद जैसे समस्याएं गिनाए जाते रहे हैं।