apnewsbharat

November 14, 2024 11:26 am

चतरा में मनरेगा घोटाले के विरुद्ध राज्य सरकार की सख्ती, सरकारी राशि गबन करने वाले इंजीनियर, मुखिया व सप्लायर पर गाज गिरना तय…!

नलकूप योजना निर्माण में गड़बड़झाला उजागर, 10 आरोपितों के विरुद्ध होगी ऐसीबी जांच।

सूर्यकांत कमल, चतरा

चतरा में मनरेगा योजना के तहत नलकूप निर्माण योजना में इंजीनियरों, रोजगार सेवक, पंचायत सेवक, सप्लायर और मुखिया के मिलीभगत से किए गए घोटाले के विरूद्ध एसीबी बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। घोटालेबाजों के विरुद्ध एसीबी के कार्रवाई की इस तैयारी को मुख्यमंत्री की सहमति मिल गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हजारीबाग प्रमंडल के चतरा में मनरेगा योजना के अंतर्गत हुए कूप निर्माण में सरकारी राशि के दुरुपयोग के मामले में 10 आरोपियों के विरूद्ध एसीबी को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की स्वीकृति दे दी है। आरोपितों में चार अभियंता, मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, लाभुक व अन्य शामिल हैं ।इनके विरूद्ध एसीबी ने 25 जनवरी 2017 को प्रारंभिक जांच (पीई )दर्ज की थी। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में जांचकर्ताओं ने बताया था कि चतरा निवासी बसंत सिंह व नरेश सिंह के नाम से दो कूप निर्माण की योजना थी। इसके बावजूद एक ही कूप का निर्माण कर दोनों कूप की राशि की निकासी कर सरकारी राशि का गबन किया गया था। जिससे यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित होता है कि नरेश सिंह के नाम से कूप निर्माण के नाम पर मुखिया, पंचायत सेवक एवं कनीय अभियंता ने मिलीभगत कर 58 हजार 280 रुपये की सरकारी राशि की निकासी कर गबन कर लिया था। उक्त योजना की जांच से स्पष्ट है कि स्थल पर बिना कार्य ही 2 लाख 65 हजार 299 रुपये की सरकारी राशि की निकासी कर बंदरबांट कर गबन किया गया था। प्रारंभिक जांच में सभी आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने से संबंधित पर्याप्त साक्ष्य पाया गया था। इसके बाद एसीबी ने मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग को यह प्रस्ताव भेजा कि सभी आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर विधिवत अनुसंधान की आवश्यकता है, जिसके लिए अनुमति दी जाए। एसीबी के इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति दे दी है।

इनके विरूद्ध मुख्यमंत्री ने प्राथमिकी दर्ज करने के प्रस्ताव पर दी है सहमति

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिन अभियंताओं, मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक व लाभुक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच का निर्देश दिया है उनमें लाभुक प्रेमचंद्र पांडेय, रोजगार सेवक विशुन उरांव, पंचायत सेवक नरेश हजाम व विवेक कुमार, मुखिया संजू देवी, सामग्री आपूर्तिकर्ता मिथिलेश सिंह उर्फ राकेश सिंह (वर्तमान मुखिया सीमा पंचायत, चतरा) कनीय अभियंता केदार सिंह, सहायक अभियंता राजेश कुमार व संजय सिंह कार्यपालक अभियंता एनआरईपी तारिणी मंडल व अन्य का नाम शामिल है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

[espro-slider id=28419]