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तस्करी के लिए रखा गया वज्रकीट बरामद, वन कर्मियों के सहयोग से तस्कर फरार

लावालौंग। प्रतिनिधि

थाना क्षेत्र के मंधनियां पंचायत स्थित बरहेद गांव में विलुप्तप्राय दुर्लभ प्रजाति का वज्रकीट बरामद किया गया। उक्त वज्रकीट को तस्करी के लिए जूट के बोरे में रखा गया था। ज्ञात हो कि तस्करी के लिए मापी व वजन करने का फोटो व वीडियो लावालौंग के पत्रकारों को हाथ लग गया। इसके बाद पत्रकारों नें ही वनरक्षियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद यहां के वनरक्षी बरहेद गांव पहुंच कर तस्कर एवं वज्र किट को रखने वाले वन अध्यक्ष बिनोद गंझू के साथ लीपापोती कर रहे थे। इसी दौरान मीडिया की टीम वहां पहुंच कर छानबीन शुरू किया। बेहद मशक्कत और बिनोद के मोबाइल में वजन का फोटो व वीडियो रांची के दशरथ नामक तस्कर के पास भेजा पाया गया। इसके बाद काफी पूछताछ के बाद बिनोद नें बताया कि उक्त वज्रकीट जगरनाथ गंझू जो सिमरिया या पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र का रहने वाला है उसी के पास जंगल में है। इसके बाद कीट को खोजा गया। जगरनाथ जंगल में ही उसे छोड़कर फरार हो गया था। इसके बाद वन कर्मियों नें उक्त कीट को लावालौंग लाया इसके बाद उसे हजारीबाग डीएफओ ऑफिस ले गए। वहीं घर में आश्रय देने वाले बिनोद को भी साथ ले गए। इसके बाद बिनोद के परिजनों के द्वारा मुख्य आरोपी जगरनाथ गंझू को पकड़कर लावालौंग फॉरेस्ट ऑफिस लाया जा रहा था। इसी दौरान वन कर्मियों नें अपना मोबाइल देकर ही बिनोद से फोन करवा दिया कि यहां पत्रकार लोग हैं मामला दूसरा हो जाएगा उसको आने मत बोलो। यह सुनकर आरोपी चलती मोटरसाइकिल से छलांग लगाकर भाग निकला। अब बड़ी बात यह है कि हाथ आए मुख्य आरोपी को वन कर्मियों ने जानबूझकर क्यों भगा दिया। इसमें उनकी कौन सी मनसा छुपी हुई थी। यहां वन कर्मियों की अपनी मनमानी चलती है और आए दिन इन पर माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप भी लगता रहा है।

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