रांचीः झारखंड में चुनावी सरगर्मी तेज होने के साथ-साथ लगातार माहौल बदल रहा है। अभी तक भाजपा और आजसू पार्टी के लिए झटका लग रहा था। अब इंडिया महागठबंधन के लिए भी मुश्किलें बढ़ने वाली है। राजद ने झारखंड विधानसभा में 22 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है।
जेएमएम-कांग्रेस का सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तार्किक नहीं
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने रविवार को रांची में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 22 सीटों पार्टी की स्थिति मजबूत है। उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव में भी आरजेडी सात सीटों पर चुनाव लड़ी, जिसमें से एक सीट पर जीत मिली और पांच सीटों पर काफी कम अंतर से हार हुई। मनोज कुमार झा ने कहा कि सीटों के बंटवारे में आरजेडी की अनदेखी की गई। जेएमएम-कांग्रेस की ओर से सीट शेयरिंग का तैयार फार्मूला तार्किक नहीं है। हालांकि उन्होंने गठबंधन तोड़ने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया।
आरजेडी ने कभी बीजेपी के वाशिंग मशीन के आगे नतमस्तक होना स्वीकार नहीं किया।
राजद सासंद डॉ मनोज झा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ने जेल जाना स्वीकार किया है। प्रताड़ना स्वीकार किया है। लेकिन राजद ने कभी भी भाजपा के वाशिंग मशीन के आगे नतमस्तक होना स्वीकार नहीं किया है। 60 सीटों पर महागठबंधन को मदद करेंगे। लेकिन हमारे जहां मजबूत दावेदारी है। उसे सीट को नहीं छोड़ेंगे। बीजेपी को हराना है।
3 से 4 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कहना गला काटने जैसा
मनोज कुमार झा ने कहा कि सम्मानजनक सीट मिलना चाहिए। सीएम आवास में हुई बैठक के दौरान आरजेडी को 3 से 4 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कहना ठीक उसी तरह से है कि गला काट कर थाली में रख दो। उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 में जिन सीटों पर आरजेडी उम्मीदवार रनर अप रहे। 2019 के चुनाव में भी पार्टी 5 सीटों पर रनर अप रही थी। लेकिन इस बार स्थिति अलग है। इस बार कई सीटों पर राजद ताकतवर है। लेकिन उस अनुसार सीट का बंटवारा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
आरजेडी परंपरागत रूप से बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ रही
मनोज कुमार झा ने कहा कि आरजेडी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो परंपरागत रूप से भाजपा के खिलाफ लड़ रही है। उनके नेताओं (लालू प्रसाद) के साथ प्रताड़ना हुई और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। इसके बाद भी पार्टी कभी भी झुकी नहीं। राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि पार्टी की ओर सोमवार को सारी सीटों और सभी उम्मीदवारों के बारे में तस्वीर साफ कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जब-जब झारखंड में गैर बीजेपी सरकार बनी है, तो आरजेडी का सहयोग रहा है।
कई सीटों पर दोस्ताना मुकाबला संभावना
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरजेडी ने अपने विचार से महागठबंधन के घटक दलों को सूचित कर दिया है। अगर सोमवार को महागठबंधन की ओर से कोई सार्थक पहल नहीं की जाती है, तो इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के साथ राजद का दोस्ताना मुकाबला हो सकता है। बहरहाल राजद अभी झामुमो और कांग्रेस के रूख का इंतजार करेगी। पार्टी की ओर से 60 से 62 सीटों पर इंडिया अलायंस को सहयोग करने और शेष सीटों पर जेएमएम-कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़़ने का संकेत दिया गया है।
जेएमएम-कांग्रेस की ओर से मिलकर 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान
इससे पहले झामुमो और कांग्रेस की ओर से बिना राजद को विश्वास में लिए ही सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया गया। उस दौरान हेमंत सोरेन और कांग्रेसी नेता गुलाम मीर अहमद ही मौजूद थे। उनकी ओर से कहा गया कि दोनों दल 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बाकी 11 सीट राजद और लेफ्ट पार्टियों की दिया जाएगा। उस दौरान ही राजद के नेता मनोज झा ने आपत्ति दर्ज करा दी थी।